अमेरिका ने ग्रीन कार्ड और नागरिकता के लिए नया नियम लागू किया है, जिससे निवेश करने वाले लोगों को सीधे स्थायी निवास (Permanent Residency) मिलने का मौका मिलेगा। EB-5 वीज़ा कार्यक्रम के तहत, कोई भी व्यक्ति 50 लाख डॉलर (करीब 44 करोड़ रुपये) का निवेश करके अमेरिका में ग्रीन कार्ड और नागरिकता प्राप्त कर सकता है।
1. EB-5 वीज़ा क्या है? कौन ले सकता है फायदा?
EB-5 वीज़ा (Immigrant Investor Program) अमेरिका में निवेशकों को स्थायी निवास देने के लिए बनाया गया एक खास कार्यक्रम है। यह वीज़ा उन लोगों के लिए है जो अमेरिका में बिज़नेस और इंवेस्टमेंट के ज़रिए ग्रीन कार्ड प्राप्त करना चाहते हैं।
इस वीज़ा के लिए पात्रता:
- किसी भी देश का नागरिक (भारतीय नागरिक भी इसमें अप्लाई कर सकते हैं)
- अमेरिका में कम से कम $50 लाख (44 करोड़ रुपये) का निवेश करना
- निवेश के जरिए कम से कम 10 अमेरिकियों के लिए रोजगार पैदा करना
2. EB-5 वीज़ा से ग्रीन कार्ड कैसे मिलेगा?
EB-5 वीज़ा धारकों को शुरुआती रूप से एक अस्थायी ग्रीन कार्ड (Temporary Green Card) मिलता है, जो 2 साल बाद स्थायी ग्रीन कार्ड में बदल दिया जाता है।
ग्रीन कार्ड लेने की प्रक्रिया:
- अमेरिकी सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त किसी भी व्यावसायिक प्रोजेक्ट में निवेश करना होगा
- निवेश के बाद 2 साल तक बिज़नेस को सक्रिय रूप से संचालित करना होगा
- अमेरिकी सरकार द्वारा दी गई नौकरी निर्माण की शर्तों को पूरा करना होगा
3. अमेरिका क्यों दे रहा है निवेश के बदले नागरिकता?
अमेरिका में आर्थिक मंदी और रोजगार संकट को देखते हुए, सरकार ने विदेशों से निवेश आकर्षित करने के लिए EB-5 वीज़ा प्रोग्राम को और आसान बना दिया है।
सरकार की योजना:
- अमेरिका की अर्थव्यवस्था में विदेशी निवेश को बढ़ावा देना
- बेरोजगारी की समस्या को हल करने के लिए नए व्यवसायों की स्थापना
- ग्लोबल इन्वेस्टर्स को अमेरिका में स्थायी निवास प्रदान करना
4. EB-5 वीज़ा के फायदे और कमियां
EB-5 वीज़ा से अमेरिका में नागरिकता और ग्रीन कार्ड पाना अब आसान हो गया है, लेकिन इसके कुछ फायदे और कमियां भी हैं।
✅ फायदे:
- अमेरिका में सीधे स्थायी निवास का अवसर
- संपूर्ण परिवार के लिए ग्रीन कार्ड का लाभ
- अमेरिका में बिज़नेस और निवेश का सुनहरा मौका
❌ कमियां:
- न्यूनतम निवेश की राशि बहुत अधिक ($50 लाख या 44 करोड़ रुपये)
- निवेश के तहत कम से कम 10 अमेरिकियों को रोजगार देना अनिवार्य
- प्रवेश प्रक्रिया लंबी और जटिल हो सकती है
5. क्या भारतीय निवेशकों के लिए है यह वीज़ा फायदेमंद?
भारत में अमीर बिजनेसमैन और हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNIs) के लिए EB-5 वीज़ा एक आकर्षक विकल्प बन सकता है।
भारतीयों के लिए फायदे:
- परिवार के साथ अमेरिका में स्थायी निवास
- बच्चों के लिए फ्री एजुकेशन और हेल्थकेयर
- अमेरिकी पासपोर्ट और नागरिकता प्राप्त करने का मौका
अमेरिका में बसने का सुनहरा मौका, निवेश से मिलेगा ग्रीन कार्ड!
अगर आप अमेरिका में सेटल होने का सपना देखते हैं, तो यह नया EB-5 वीज़ा प्रोग्राम आपके लिए एक शानदार मौका हो सकता है। हालाँकि, निवेश करने से पहले इमिग्रेशन एक्सपर्ट और फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लेना जरूरी होगा।
क्या आप अमेरिका में बसने के लिए तैयार हैं? कमेंट में अपनी राय दें!