Maharastra News: नासिक के किसान महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे से नाराज़ हैं। कोकाटे ने पूछा कि क्या किसानों ने कर्ज माफी के बाद खेती में पैसा लगाया। इससे किसान भड़क गए।
शुक्रवार को कोकाटे नासिक के बारिश से प्रभावित इलाकों में गए। वहां मडसांगवी गांव में उन्होंने किसानों से बात की और उनके खेती में योगदान पर सवाल उठाया। नासिक जिले के किसानों ने कहा कि यह बयान गलत है।
शेतकरी संगठन के जिला प्रमुख अर्जुन बोराडे ने कहा, “किसान अपनी पूरी जिंदगी और पैसा खेती में लगाते हैं। मंत्री को यह पता होना चाहिए। नेता ही सब बर्बाद करते हैं, वरना किसान आत्महत्या क्यों करते?”
किसान सभा के नेता अजित नवले ने भी कोकाटे की आलोचना की। उन्होंने कहा, “यह बयान किसानों का अपमान करता है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को कोकाटे का इस्तीफा लेना चाहिए और उनकी जगह किसी अच्छे इंसान को लाना चाहिए।”
किसानों का कहना है कि उन्हें सरकार की मदद नहीं चाहिए। वे चाहते हैं कि निर्यात खुले रहें और सरकार बेकार के फैसले न ले। किसान रतन शिंदे ने कहा, “सरकार ऑफिस में बैठे अफसरों की सुनती है, जमीन की बात नहीं समझती। अगर सरकार कुछ न दे और न ले, तो हमारा जीवन बेहतर होगा।”
बोराडे ने यह भी कहा कि सरकार ने सेबी से खेती की चीजों को वायदा कारोबार से हटवाया, जिससे व्यापारी किसानों से सामान ठीक से नहीं खरीदते। किसानों ने कहा कि कोकाटे खुद परेशानी में हैं—उनके खिलाफ बैंक कार्रवाई कर रहा है और वे धोखाधड़ी के दोषी हैं। फिर भी वे किसानों पर सवाल उठाते हैं।
नासिक तालुका के किसान समाधान घोडके ने कहा, “बड़े उद्योगपति गलती करते हैं, उन्हें माफी मिलती है। लेकिन किसान, जो मौसम और सरकार की नीतियों से परेशान हैं, उनसे सवाल पूछे जाते हैं।”