इलेक्ट्रिक मोबिलिटी प्रमोशन स्कीम (FAME-II) को फेम-3 Yojana शुरू होने तक बढ़ा दिया गया है। भारी उद्योग मंत्री महेंद्र कुमारस्वामी ने इसकी जानकारी दी। इस योजना को बढ़ाने का मुख्य उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक वाहनों को और बढ़ावा देना है। फेम-2 योजना की अवधि अब 30 सितंबर के बाद दो और महीनों तक जारी रहेगी, जिससे इलेक्ट्रिक वाहन (EV) के क्षेत्र में तेजी आने की उम्मीद है।
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FAME-2 योजना का विस्तार:
फेम-2 योजना की अवधि पहले 30 सितंबर को समाप्त हो रही थी, लेकिन अब इसे दो महीने आगे बढ़ा दिया गया है। इस योजना के तहत सरकार ने 778 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि आवंटित की है, जिससे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग को और बढ़ावा मिलेगा। योजना के तहत अब तक 3,34,260 वाहनों को सब्सिडी दी जा चुकी है।
FAME-3 योजना की तैयारी:
सरकार की योजना है कि फेम-3 योजना को अगले छह महीनों में लागू किया जाएगा। यह योजना स्थानीय विनिर्माण और सतत विकास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तैयार की जा रही है। मंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि यह भारत के ईवी सेक्टर को और तेजी से आगे बढ़ाने में मददगार साबित होगी।
प्रमुख इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता और योगदान:
योजना के तहत दी जाने वाली सब्सिडी का 42% हिस्सा प्रमुख ईवी निर्माता कंपनियों जैसे एथर एनर्जी, ओला इलेक्ट्रिक, टिविआस, हीरो मोटोकॉर्प आदि को गया है। इसके अलावा, अन्य कंपनियां जैसे रिवोल्ट, पियाजियो और महिंद्रा भी इस योजना का लाभ उठा रही हैं।
योजना के तहत लाभ
सरकार की इस योजना का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करना और ईवी के इस्तेमाल को बढ़ावा देना है। ग्राहकों को इस योजना के बारे में जागरूक करने के लिए भी कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसके तहत ग्राहकों को अपने वाहन पंजीकृत करने के लिए सरकारी पोर्टल पर सेल्फी अपलोड करना और आधार प्रमाणित करना अनिवार्य होगा।