उत्तर प्रदेश ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी अटल पेंशन योजना (एपीवाई) में 1.20 करोड़ से अधिक पंजीकरण के साथ देश में पहला स्थान हासिल किया है। यह योजना असंगठित क्षेत्र में कार्यरत लोगों के लिए सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश अब इस केंद्रीय आय सुरक्षा योजना के तहत सबसे अधिक पंजीकरण वाला राज्य बन गया है।
उत्तर प्रदेश के शीर्ष जिले
अटल पेंशन योजना के तहत नए पंजीकरण के मामले में उत्तर प्रदेश के निम्नलिखित पांच जिले शीर्ष पर हैं:
- प्रयागराज: सबसे अधिक नए पंजीकरण।
- लखनऊ: राजधानी क्षेत्र में व्यापक भागीदारी।
- बरेली: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सक्रियता।
- फतेहपुर: उल्लेखनीय योगदान।
- कानपुर नगर: औद्योगिक केंद्र में बढ़ती जागरूकता।
इन जिलों ने योजना के प्रचार और कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य ने अभूतपूर्व सफलता हासिल की।
अटल पेंशन योजना: एक अवलोकन
अटल पेंशन योजना भारत सरकार द्वारा 2015 में शुरू की गई एक पेंशन योजना है, जिसका मुख्य उद्देश्य असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले 18 से 40 वर्ष की आयु के नागरिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। इस योजना की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- पेंशन राशि: लाभार्थियों को 60 वर्ष की आयु के बाद 1,000 रुपये से 5,000 रुपये तक की मासिक पेंशन प्रदान की जाती है, जो योगदान की राशि पर निर्भर करती है।
- योगदान प्रक्रिया: योगदान बचत खाते से ऑटो-डेबिट के माध्यम से किया जाता है। लाभार्थी मासिक, त्रैमासिक या अर्ध-वार्षिक आधार पर योगदान चुन सकते हैं।
- पारिवारिक सुरक्षा:
- यदि सदस्य की मृत्यु हो जाती है, तो पेंशन उनके जीवनसाथी को हस्तांतरित हो जाती है।
- सदस्य और जीवनसाथी दोनों के निधन के बाद, संचित कोष नामांकित व्यक्ति को दिया जाता है।
- लक्षित समूह: यह योजना विशेष रूप से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों, जैसे दिहाड़ी मजदूर, छोटे दुकानदार, घरेलू कामगार आदि के लिए बनाई गई है।
अभूतपूर्व भागीदारी और लक्ष्य से अधिक उपलब्धि
उत्तर प्रदेश ने ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में अटल पेंशन योजना के प्रचार के लिए व्यापक अभियान चलाया, जिसके परिणामस्वरूप असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों ने “रिकॉर्ड तोड़ भागीदारी” दिखाई। राज्य सरकार के बयान के अनुसार:
- लक्ष्य बनाम उपलब्धि: पिछले वित्तीय वर्ष के लिए राज्य का लक्ष्य 15.83 लाख नए पंजीकरण था, लेकिन उत्तर प्रदेश ने 21.49 लाख नए ग्राहकों को पंजीकृत किया, जो देश में सबसे अधिक है।
- विशेष अभियान: यह उपलब्धि पेंशन निधि विनियामक और विकास प्राधिकरण (पीएफआरडीए) द्वारा आयोजित विशेष अभियान के दौरान हासिल की गई।
इस शानदार प्रदर्शन ने उत्तर प्रदेश को अन्य राज्यों के लिए एक मिसाल कायम करने वाला राज्य बनाया है।
सम्मान और हितधारकों की भूमिका
उत्तर प्रदेश के उत्कृष्ट प्रदर्शन को मान्यता देते हुए, उत्तर प्रदेश राज्य-स्तरीय बैंकर समिति (एसएलबीसी) को अटल पेंशन योजना के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए ‘अवार्ड ऑफ अल्टीमेट लीडरशिप’ से सम्मानित किया गया।
- हितधारक: योजना को लागू करने में 60 हितधारक शामिल हैं, जिनमें 8 प्रमुख बैंक विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं।
- शीर्ष प्रदर्शन करने वाले बैंक:
- भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)
- बैंक ऑफ बड़ौदा
- इंडियन बैंक
इन बैंकों ने योजना के प्रचार और पंजीकरण प्रक्रिया को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
अटल पेंशन योजना ने उत्तर प्रदेश में असंगठित क्षेत्र के लाखों श्रमिकों को वृद्धावस्था में आर्थिक स्थिरता का भरोसा दिया है। ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियानों और शहरी क्षेत्रों में बैंकों की सक्रिय भागीदारी ने इस योजना को जन-जन तक पहुंचाया।
राज्य सरकार ने कहा, “यह उपलब्धि न केवल उत्तर प्रदेश की संगठित और समन्वित कार्यशैली को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सामाजिक सुरक्षा योजनाओं को जमीनी स्तर पर प्रभावी ढंग से लागू किया जा सकता है।”
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश ने अटल पेंशन योजना में अपनी ऐतिहासिक उपलब्धि के साथ सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में एक नया मानक स्थापित किया है। यह सफलता सरकार, बैंकों और नागरिकों के बीच सहयोग का एक शानदार उदाहरण है। भविष्य में भी इस तरह के प्रयास उत्तर प्रदेश को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।