Paytm ED notice: एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट (ED) ने Paytm के मालिक वन97 कम्युनिकेशंस और उसकी दो सहायक कंपनियों, लिटिल इंटरनेट और नियरबाय, को FEMA (फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट) नियमों के उल्लंघन के आरोप में 611 करोड़ रुपये का शो कॉज नोटिस जारी किया है। यह नोटिस 2015 से 2019 के बीच हुए निवेश लेनदेन से जुड़ा है।
नोटिस की वजह और विवरण
ED का यह नोटिस Paytm की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (OCL) और उसकी दो सहायक कंपनियों, लिटिल इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड (LIPL) और नियरबाय इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (NIPL), को भेजा गया है। नोटिस में कहा गया है कि यह उल्लंघन उस अवधि से संबंधित है जब ये दोनों कंपनियां Paytm की सहायक कंपनियां नहीं थीं।
- OCL के लेनदेन: 245 करोड़ रुपये
- LIPL के लेनदेन: 345 करोड़ रुपये
- NIPL के लेनदेन: 21 करोड़ रुपये
Paytm का जवाब
Paytm ने कहा कि यह मामला उस अवधि से संबंधित है जब LIPL और NIPL उसकी सहायक कंपनियां नहीं थीं। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस नोटिस का Paytm के उपभोक्ताओं और व्यापारियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और सभी सेवाएं पूरी तरह से सुरक्षित और संचालित हैं।
Paytm ने कहा, “हम इस मामले को संबंधित कानूनों और नियामक प्रक्रियाओं के अनुसार हल करने के लिए आवश्यक कानूनी सलाह ले रहे हैं और उचित उपायों पर विचार कर रहे हैं।”
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LIPL और NIPL का इतिहास
Paytm ने LIPL और NIPL को 2017 में अधिग्रहित किया था। NIPL, जिसे पहले Groupon India के नाम से जाना जाता था, की स्थापना 2011 में अंकुर वारिकू ने की थी। 2015 में, वारिकू और Groupon India की कोर टीम ने Groupon के भारतीय व्यवसाय को खरीदकर इसे एक स्वतंत्र इकाई बना दिया।