Jio-BlackRock Partnership: Zerodha और Groww के लिए कड़ी चुनौती|

रिलायंस इंडस्ट्रीज की सहायक कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (Jio Financial Services) अब ब्रोकिंग बिजनेस में कदम रखने जा रही है।  जियो फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी ने बताया कि ब्लैकरॉक (BlackRock) के साथ 50:50 के ज्वाइंट वेंचर के तहत जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की गई है। यह वेंचर वेल्थ मैनेजमेंट और ब्रोकिंग बिजनेस की सेवाएं देगा।

ज्वाइंट वेंचर की संरचना और कामकाज

6 सितंबर 2024 को जियो ब्लैकरॉक इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड का गठन किया गया। यह वेंचर मुख्य रूप से निवेश परामर्श सेवाएं (Investment Advisory Services) प्रदान करने का काम करेगा। इसके तहत 20 जनवरी 2025 को एक नई सहायक कंपनी जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड बनाई गई, जिसका फोकस ब्रोकिंग और अन्य वित्तीय सेवाओं को बाजार में उतारना होगा। जियो फाइनेंशियल ने घोषणा की कि इस नए वेंचर में 3 करोड़ रुपये का प्रारंभिक निवेश किया जाएगा। इस निवेश से 30,00,000 इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे, जिनका प्रति शेयर फेस वैल्यू 10 रुपये होगा।

सेबी से अनुमति का इंतजार

जियो ब्लैकरॉक ब्रोकिंग प्राइवेट लिमिटेड ने ब्रोकिंग बिजनेस शुरू करने के लिए बाजार नियामक सेबी (SEBI) से मंजूरी के लिए आवेदन किया है। हालांकि, सेबी से अभी तक अनुमति नहीं मिली है। कंपनी ने कहा कि जैसे ही अनुमति मिलती है, यह व्यवसाय शुरू कर दिया जाएगा।

जियो के शेयर में गिरावट

इस घोषणा के बाद जियो फाइनेंशियल सर्विसेज के शेयर में गिरावट देखी गई। मंगलवार को बीएसई पर शेयर 5.73% गिरकर 260 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में जियो फाइनेंशियल के शेयर में कुल 14.69% की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि, सालाना आधार पर देखा जाए तो इस शेयर ने 8.13% की बढ़त दिखाई है।

ब्लैकरॉक के साथ ज्वाइंट वेंचर का उद्देश्य

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने 2024 में ब्लैकरॉक इंक और ब्लैकरॉक एडवाइजर्स सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड के साथ समझौता किया। इस समझौते के तहत 50:50 का ज्वाइंट वेंचर स्थापित किया गया। इसका उद्देश्य वेल्थ मैनेजमेंट और ब्रोकिंग बिजनेस को मजबूती प्रदान करना है। यह कदम रिलायंस इंडस्ट्रीज की वित्तीय क्षेत्र में पकड़ मजबूत करेगा और इसे एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा।

जियो का म्युचुअल फंड कारोबार

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने अक्टूबर 2024 में म्युचुअल फंड कारोबार के लिए सेबी से सैद्धांतिक मंजूरी प्राप्त की थी। जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट कंपनी के इस वेंचर ने म्युचुअल फंड कारोबार के लिए जॉर्ज हेबर जोसेफ को पहला चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर (CIO) नियुक्त किया। म्युचुअल फंड में कदम रखने के बाद जियो अब स्टॉक ब्रोकिंग में एंट्री करके बाजार में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।

कंपनी के तिमाही नतीजे (Q3 FY25)

जियो फाइनेंशियल सर्विसेज ने चालू वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा की। कंपनी का नेट प्रॉफिट 295 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में 294 करोड़ रुपये था। यह मामूली वृद्धि बताता है। इस तिमाही में कंपनी का कुल रेवेन्यू 438 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के 413 करोड़ रुपये से 6.1% अधिक है।

Disclaimer : यह लेख केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। इसमें प्रदान की गई जानकारी निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी प्रकार के निवेश निर्णय लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से परामर्श करें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है, और किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। इस लेख में दी गई जानकारी में बदलाव संभव है, इसलिए निवेश से पहले सभी पहलुओं पर ध्यान दें और पूरी जांच करें। यह वेबसाइट निवेश की सिफारिशें नहीं देती। निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। बाजार में जोखिम संभव है।

Share your love
Mukesh Joshi
Mukesh Joshi

मैं मुकेश जोशी हूँ, एक सच्चा छात्र जो हर दिन नया सीखता हूँ। मैंने MBA फाइनेंस किया है और एक फाइनेंशियल व अकाउंटिंग एक्सपर्ट हूँ। मुझे बिजनेस और टेक्नोलॉजी की ताज़ा जानकारी अपने पाठकों तक पहुँचाने का जुनून है। मेरे लेखों में आपको विश्वसनीय और रोचक जानकारी मिलेगी। मेरे साथ इस ज्ञान के सफर में जुड़ें!

नयनिवेश से जुड़ें और हमेशा अपडेट रहें!

अपना ईमेल दर्ज करें और एक्सक्लूसिव मार्केट इनसाइट्स, नई संभावनाओं और सफल निवेश के सुझावों का लाभ उठाएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *