Genome India Project: भारतीय वैज्ञानिकों ने एक बड़ा काम किया है। उन्होंने 10,000 लोगों के DNA की जानकारी जमा की है और इसे सबके लिए खोल दिया है। यह जानकारी ‘जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट’ नाम की एक परियोजना के तहत इकट्ठा की गई है, जिसे सरकार ने शुरू किया था। इससे वैज्ञानिकों को बीमारियों को समझने और उनका इलाज ढूंढने में मदद मिलेगी।
क्या है यह Genome India Project?
‘जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट’ का मतलब है भारत के लोगों के जीनोम (यानी DNA) की जानकारी इकट्ठा करना। पहले चरण में, वैज्ञानिकों ने 10,000 स्वस्थ लोगों के DNA का अध्ययन किया। यह लोग देश के अलग-अलग हिस्सों से थे। इस जानकारी को एक जगह रखा गया है, जिसे ‘इंडियन बायोलॉजिकल डेटा सेंटर’ कहते हैं।
यह जानकारी किसके काम आएगी?
यह जानकारी उन वैज्ञानिकों के काम आएगी जो बीमारियों पर रिसर्च कर रहे हैं। वे इस जानकारी का इस्तेमाल करके यह पता लगा पाएंगे कि कुछ बीमारियां क्यों होती हैं और उनका इलाज कैसे किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, वे यह पता लगा सकते हैं कि किसी को कैंसर होने पर उसके DNA में क्या बदलाव होते हैं।
दुनिया में पहले भी ऐसा हुआ है?
हाँ, दुनिया में पहले भी कुछ देशों ने अपने लोगों के DNA की जानकारी इकट्ठा की है। इससे उन्हें बीमारियों को समझने में बहुत मदद मिली है। भारत का यह प्रोजेक्ट भी इसी दिशा में एक बड़ा कदम है।
यह जानकारी कैसे मदद करेगी?
इस जानकारी से वैज्ञानिकों को यह पता चलेगा कि भारत के लोगों में कौन-कौन सी बीमारियां होने का खतरा है। इससे वे बीमारियों से बचने के तरीके ढूंढ पाएंगे और उनका बेहतर इलाज कर पाएंगे। यह प्रोजेक्ट भविष्य में नई दवाएं और टीके बनाने में भी मदद कर सकता है।