DPDP कानून 2025: सरकार ने जनवरी में डिजिटल पर्सन डेटा प्रोटेक्शन (DPDP) एक्ट 2025 पेश किया, जिसमें बच्चों के सोशल मीडिया खातों की सुरक्षा को लेकर नए दिशानिर्देश शामिल हैं। एक सर्वेक्षण के अनुसार, 88% माता-पिता चाहते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बच्चों की पहचान सुनिश्चित करें ताकि वे सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव प्राप्त कर सकें।
88% माता-पिता ने की बच्चों के सोशल मीडिया खातों की पहचान की मांग
Local Circles द्वारा किए गए एक सर्वे में पाया गया कि 88% माता-पिता DPDP नियमों का पालन करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को बच्चों की पहचान सुनिश्चित करने के लिए बाध्य करना चाहते हैं।
माता-पिता की मुख्य मांगें:
- फेक अकाउंट्स पर रोक लगाई जाए
- बच्चों के लिए सोशल मीडिया का उपयोग नियंत्रित हो
- बिना पैरेंट्स की अनुमति के खाता न खुले
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ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को बच्चों के फेक अकाउंट पर एक्शन लेना होगा
सर्वे में 58% माता-पिता ने कहा कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स को उन बच्चों के खातों को पहचानना चाहिए जो गलत तरीके से खोले गए हैं।
मुख्य सुझाव:
- प्लेटफॉर्म को AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का उपयोग कर पहचान करनी चाहिए
- फ्रेंड लिस्ट और कंटेंट मॉनिटरिंग के जरिए फेक अकाउंट्स को हटाया जाए
- बच्चों के ऑनलाइन सुरक्षा उपायों को अनिवार्य किया जाए
DPDP कानून 2025: बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा के लिए क्या बदलाव होंगे?
DPDP कानून के तहत सोशल मीडिया कंपनियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे बच्चों की सही पहचान करें और बिना माता-पिता की सहमति के अकाउंट न खोलें।
क्या बदलाव हो सकते हैं?
- बच्चों के अकाउंट खोलने के लिए OTP वेरिफिकेशन अनिवार्य हो सकता है
- 13 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए विशेष सुरक्षा उपाय लागू किए जा सकते हैं
- माता-पिता की सहमति के बिना कोई डिजिटल अकाउंट नहीं खोला जाएगा
क्या AI तकनीक से फेक अकाउंट्स पर लगेगी रोक?
कुछ साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की मदद से बच्चों के फेक अकाउंट्स की पहचान आसान हो सकती है।
AI की संभावनाएं:
- फेक अकाउंट्स की पहचान करके तुरंत बंद करना
- बच्चों के फ्रेंड लिस्ट और कंटेंट की निगरानी करना
- ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर AI आधारित सिक्योरिटी टूल्स लागू करना
माता-पिता को किन सावधानियों का पालन करना चाहिए?
बच्चों के ऑनलाइन अनुभव को सुरक्षित बनाने के लिए माता-पिता को कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए।
महत्वपूर्ण सुझाव:
- बच्चों के सोशल मीडिया अकाउंट की नियमित जांच करें
- बच्चों को सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के बारे में शिक्षित करें
- फेक प्रोफाइल और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें
जल्दी करें! बच्चों के सोशल मीडिया खातों को सुरक्षित बनाने के लिए सरकार से जुड़ें
अगर आप भी बच्चों की ऑनलाइन सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं, तो DPDP कानून 2025 के तहत सोशल मीडिया कंपनियों पर सख्ती की मांग करें। बच्चों के डिजिटल भविष्य को सुरक्षित करने के लिए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण है।
क्या आप भी चाहते हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बच्चों की पहचान सुनिश्चित करें? हमें कमेंट में बताएं!