उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने दिल्ली के कुख्यात भलस्वा लैंडफिल साइट पर वृक्षारोपण अभियान की शुरुआत की। इस पहल के तहत लैंडफिल की पांच एकड़ जमीन पर हरियाली विकसित की जाएगी, जिससे इस क्षेत्र की पर्यावरणीय स्थिति में सुधार होगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में 2000 बांस के पौधे लगाए गए हैं और अगले डेढ़ महीने में 54,000 और पौधे लगाए जाएंगे।
दिल्ली को ग्रीन जोन बनाने की दिशा में बड़ा कदम
दिल्ली सरकार और नगर निगम ने मिलकर इस अभियान को सफल बनाने की योजना बनाई है। दिल्ली नगर निगम के अनुसार, यह लैंडफिल साइट वर्षों से शहर के लिए एक बड़ा प्रदूषण स्रोत रही है। कचरे के पहाड़ से निकलने वाली जहरीली गैसें और धूल प्रदूषण को गंभीर रूप से बढ़ा रही थीं। इसीलिए, सरकार ने इस लैंडफिल साइट के प्रबंधन के लिए नए कदम उठाए हैं, जिससे शहर को स्वच्छ और हरित बनाया जा सके।
लैंडफिल साइट की जमीन को किया जा रहा उपयोगी
पिछली सरकार केवल इस कचरे के पहाड़ों को ढकने तक सीमित रही, लेकिन अब इन्हें पूरी तरह समतल कर हरा-भरा बनाने पर ध्यान दिया जा रहा है। उपराज्यपाल ने कहा कि हमारी सरकार का सपना है कि दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाया जाए, और इस दिशा में यह पहला कदम है। उन्होंने बताया कि लैंडफिल के समतल किए गए क्षेत्र में अब 20 से 25 फीट ऊंचाई तक के पेड़ लगाए जाएंगे, जिससे यहां हरियाली बनी रहे।
मुख्यमंत्री ने की पर्यावरण सुधार की अपील
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि दिल्ली को हरा-भरा बनाना उनकी प्राथमिकता है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भी इस पहल में सहयोग दें और अधिक से अधिक पौधे लगाएं। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत अन्य लैंडफिल साइट्स को भी हरित क्षेत्र में बदलने की योजना है।