Ather Energy IPO: एथर एनर्जी 28 अप्रैल को 3,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लॉन्च करने जा रही है।
कंपनी ने अपनी वैल्यूएशन को पहले के 2 बिलियन डॉलर से घटाकर 1.4 बिलियन डॉलर कर लिया है, क्योंकि शेयर बाजार में माहौल कमजोर है। आईपीओ से मिले पैसे का इस्तेमाल कंपनी पूंजीगत खर्च, अनुसंधान और विकास, मार्केटिंग, और कर्ज चुकाने में करेगी। पिछले साल, एथर ने NIIF की अगुआई में 600 करोड़ रुपये जुटाए थे, तब वैल्यूएशन 1.3 बिलियन डॉलर थी।
भारत का प्राइमरी मार्केट ढाई महीने के सूखे के बाद फिर से सक्रिय होने जा रहा है। बेंगलुरु की इस कंपनी को हीरो मोटोकॉर्प का समर्थन है और इसका प्री-आईपीओ वैल्यूएशन 9,900 करोड़ रुपये और पोस्ट-इश्यू 12,500 करोड़ रुपये होने की उम्मीद है। आईपीओ में 2,626 करोड़ रुपये का नया इश्यू और 350 करोड़ रुपये की बिक्री पेशकश शामिल होगी, जिसमें टाइगर ग्लोबल, NIIF, 3स्टेट वेंचर्स और IITM जैसे निवेशक हिस्सा लेंगे।
यह 18 फरवरी को क्वालिटी पावर इक्विपमेंट्स के 859 करोड़ रुपये के आईपीओ के बाद पहला बड़ा आईपीओ होगा।
एक्सिस कैपिटल, HSBC सिक्योरिटीज, JM फाइनेंशियल और नोमुरा इस इश्यू के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं।
एथर का आईपीओ खास तौर पर देखा जाएगा, क्योंकि पिछले साल प्रतिद्वंद्वी ओला इलेक्ट्रिक की लिस्टिंग ने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट के लिए वैल्यूएशन का मानक तय किया था। ओला का EV/सेल्स 6 गुना है, जबकि टेस्ला का 6.8 गुना। दिसंबर तक भारत के इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में एथर की हिस्सेदारी 11% थी।
एथर क्षमता विस्तार पर भी बड़ा दांव लगा रही है। कंपनी महाराष्ट्र में 2,000 करोड़ रुपये की नई मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनाएगी, जिसकी सालाना क्षमता 10 लाख वाहन और बैटरी पैक होगी।
2025 में अब तक केवल 9 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 15,723 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो 2024 में 91 कंपनियों द्वारा जुटाए गए 1.6 लाख करोड़ रुपये से काफी कम है।