Donald Trump के टैरिफ थ्रेट से निपटने के लिए भारत का मास्टर प्लान तैयार!

आर्थिक सर्वे 2024-25:वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वे 2024-25 में देश की आर्थिक स्थिति, वैश्विक व्यापार के खतरे और चुनौतियों पर महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा की। सर्वे में कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिका द्वारा लगाए गए टैरिफ थ्रेट्स ने वैश्विक व्यापार के पैटर्न को बदल दिया है।

भारत पर टैरिफ नीतियों का असर:

अमेरिका द्वारा ग्लोबल टैरिफ बढ़ाने और ब्रिक्स देशों पर 100% टैरिफ लगाने के ऐलान का भारतीय निर्यात पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। खासकर केमिकल्स, मशीनरी, कपड़ा और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे मुख्य निर्यात क्षेत्रों पर सीधा प्रभाव पड़ सकता है।

सर्वे में बताया गया है कि व्यापार घाटे में वृद्धि और निर्यात-आयात में गिरावट की संभावना है। इन चुनौतियों से निपटने के लिए भारत को अपने एक्सपोर्ट बाजारों में विविधता लाने और मध्य कालिक अवधि में बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।

उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में निवेश का सुझाव:

सर्वे में कहा गया है कि लंबी अवधि में भारत को बायोटेक्नोलॉजी, सेमीकंडक्टर, स्पेस टेक्नोलॉजी, क्वांटम टेक्नोलॉजी और टेलीकॉम जैसे उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में खुद को एक रणनीतिक साझेदार के रूप में स्थापित करना चाहिए।

सेवा क्षेत्र में सकारात्मक योगदान:

हालांकि व्यापार घाटे के बावजूद, भारत के सेवा क्षेत्र में निर्यात वृद्धि ने व्यापार संतुलन को सकारात्मक बनाए रखा है। भारत अब सेवाओं के निर्यात में सातवां सबसे बड़ा निर्यातक बन गया है। मजबूत रेमिटेंस के कारण भारत का करंट अकाउंट डेफिसिट (CAD) GDP का केवल 1.2% ही है।

भारत-अमेरिका व्यापार संबंध:

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार में वृद्धि हो रही है। अमेरिका, जो वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा व्यापार साझेदार है, के साथ व्यापार और बढ़ने की उम्मीद है। चीन-अमेरिका तनाव के चलते भारत को नए व्यापार अवसर मिल सकते हैं।

भारत की प्रतिक्रिया:

सर्वे में यह भी बताया गया है कि भारत ने 2018 में अमेरिकी स्टील और एल्युमिनियम टैरिफ का जवाब देते हुए अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया था। वर्तमान में भी ऐसी रणनीति अपनाने की संभावना जताई जा रही है।

हालांकि, इन चुनौतियों के बावजूद, यदि भारत सर्वे में दिए गए सुझावों पर अमल करता है, तो वह सेवा क्षेत्र और उच्च मूल्य वाले क्षेत्रों में निवेश कर अपने व्यापारिक संबंधों को और मजबूत बना सकता है।

Disclaimer : यह लेख केवल सूचना और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। इसमें प्रदान की गई जानकारी निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं ली जानी चाहिए। किसी भी प्रकार के निवेश निर्णय लेने से पहले, कृपया अपने वित्तीय सलाहकार या विशेषज्ञ से परामर्श करें। शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है, और किसी भी प्रकार के नुकसान के लिए लेखक या प्रकाशक जिम्मेदार नहीं होंगे। इस लेख में दी गई जानकारी में बदलाव संभव है, इसलिए निवेश से पहले सभी पहलुओं पर ध्यान दें और पूरी जांच करें। यह वेबसाइट निवेश की सिफारिशें नहीं देती। निवेश से पहले विशेषज्ञ की सलाह लें। बाजार में जोखिम संभव है।

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Mukesh Joshi
Mukesh Joshi

मैं मुकेश जोशी हूँ, एक सच्चा छात्र जो हर दिन नया सीखता हूँ। मैंने MBA फाइनेंस किया है और एक फाइनेंशियल व अकाउंटिंग एक्सपर्ट हूँ। मुझे बिजनेस और टेक्नोलॉजी की ताज़ा जानकारी अपने पाठकों तक पहुँचाने का जुनून है। मेरे लेखों में आपको विश्वसनीय और रोचक जानकारी मिलेगी। मेरे साथ इस ज्ञान के सफर में जुड़ें!

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