भारत और पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद तनाव बढ़ गया है। गुरुवार को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वैंस ने कहा कि अमेरिका चाहता है कि पाकिस्तान भारत के साथ मिलकर उन आतंकियों को पकड़े, जो पाकिस्तान में छिपे हैं। यह बात रॉयटर्स ने बताई। वैंस ने दोनों देशों से कहा कि वे बड़ा क्षेत्रीय युद्ध टालें। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने हमला किया, जिसमें 26 लोग, ज्यादातर पर्यटक, मारे गए।
वैंस ने फॉक्स न्यूज पर कहा, “हम चाहते हैं कि अगर पाकिस्तान जिम्मेदार है, तो वह भारत के साथ मिलकर उन आतंकियों को पकड़े, जो उनके इलाके में सक्रिय हैं।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका चाहता है कि भारत इस हमले का जवाब ऐसे दे, जिससे बड़ा युद्ध न हो। उन्होंने कहा, “हमारी उम्मीद है कि भारत इस आतंकी हमले का जवाब ऐसा दे, जिससे क्षेत्र में बड़ा तनाव न बढ़े।”
आज अमेरिकी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी को हमारा पूरा समर्थन है।” उन्होंने बताया कि अमेरिकी विदेश मंत्री ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बात की। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति ट्रम्प ने पिछले हफ्ते पीएम मोदी से कहा था कि अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ मजबूती से खड़ा है।”
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जयशंकर और शरीफ से अलग-अलग बात की। रुबियो ने शरीफ से पहलगाम हमले की निंदा करने को कहा और जयशंकर से बात में आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग की बात दोहराई।
पहलगाम हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया है। भारत ने कई सख्त कदम उठाए, जैसे 65 साल पुरानी सिंधु जल संधि को रद्द करना, वीजा रद्द करना, अटारी बॉर्डर बंद करना और पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को निकालना। भारत ने पाकिस्तानी उड़ानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र भी बंद कर दिया। पाकिस्तान ने भी शिमला समझौते को रद्द करने की घोषणा की।
नई दिल्ली में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सेना के बड़े अधिकारियों से कहा कि सेना को हमले का जवाब देने की पूरी आजादी है। वे जवाब का तरीका, निशाना और समय खुद तय कर सकते हैं।