इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) दूरस्थ शिक्षा के ज़रिए कई तरह के कोर्स कराता है। इन कोर्सों में असाइनमेंट एक ज़रूरी हिस्सा होते हैं। असाइनमेंट आपके फाइनल ग्रेड का बड़ा भाग तय करते हैं, इसलिए इन्हें समय पर जमा करना और उनका स्टेटस चेक करना बहुत ज़रूरी होता है।
इस लेख में हम सरल तरीक़े से बताएंगे कि आप अपने IGNOU असाइनमेंट 2025 का स्टेटस ऑनलाइन कैसे चेक कर सकते हैं। साथ ही जानेंगे असाइनमेंट की अहमियत और स्टेटस जानने के फायदे।
IGNOU असाइनमेंट जमा करने की अंतिम तिथि
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) ने जून 2025 टर्म-एंड परीक्षा (TEE) के लिए असाइनमेंट जमा करने की अंतिम तिथि की घोषणा कर दी है। सभी छात्रों के लिए यह तिथि 30 अप्रैल 2025 निर्धारित की गई है। यह डेडलाइन सभी प्रकार के प्रोग्राम्स पर लागू होती है, जिनमें निम्नलिखित शामिल हैं:
- ODL (Open and Distance Learning)
- Online Programs
- GOAL (Graduates with Online Accessible Learning)
- EVBB (Extension of Vocational and Business-Based Learning)
IGNOU में असाइनमेंट केवल एक शैक्षणिक गतिविधि नहीं, बल्कि टर्म-एंड परीक्षा में शामिल होने के लिए एक अनिवार्य पात्रता शर्त है। यदि कोई छात्र इस अंतिम तिथि तक असाइनमेंट जमा नहीं करता, तो उसे जून 2025 की परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं मिलेगी।
इसलिए सभी छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे:
- अपने असाइनमेंट को समय से पहले तैयार करें।
- विश्वविद्यालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करते हुए असाइनमेंट बनाएं।
- अंतिम तिथि से पहले – यानी 30 अप्रैल 2025 तक – असाइनमेंट अपने क्षेत्रीय केंद्र या ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से जमा करें।
समय पर असाइनमेंट जमा करने से न केवल परीक्षा में बैठने की पात्रता सुनिश्चित होती है, बल्कि छात्रों को अच्छे ग्रेड पाने में भी मदद मिलती है, क्योंकि असाइनमेंट का 30% वेटेज अंतिम ग्रेड में होता है।
IGNOU असाइनमेंट का महत्व
- सीखने की प्रक्रिया का हिस्सा:
असाइनमेंट तैयार करते समय आपको कोर्स की किताबों को पढ़ना, समझना और अपने शब्दों में उत्तर लिखना होता है। इससे आपकी समझ गहरी होती है और विषय का ज्ञान मजबूत होता है। - मूल्यांकन का आधार:
फाइनल रिजल्ट में असाइनमेंट का 30% वेटेज होता है। उदाहरण: अगर एक कोर्स में कुल 100 अंक हैं, तो उसमें 30 अंक असाइनमेंट से और 70 अंक परीक्षा से मिलते हैं।
इसलिए अच्छे अंक लाने के लिए असाइनमेंट को गंभीरता से लेना ज़रूरी है। - परीक्षा की तैयारी में मदद:
असाइनमेंट के सवाल अक्सर परीक्षा के पैटर्न से मिलते-जुलते होते हैं। इसलिए जब आप असाइनमेंट बनाते हैं, तो अप्रत्यक्ष रूप से आप परीक्षा की तैयारी भी कर रहे होते हैं।
IGNOU असाइनमेंट स्टेटस चेक करने के फायदे
- पुष्टि मिलती है कि असाइनमेंट केंद्र तक पहुँचा या नहीं।
इससे आपको निश्चिंतता मिलती है कि आपका काम समय पर पहुँचा। - मूल्यांकन की जानकारी मिलती है – असाइनमेंट जाँचा गया या नहीं।
- अंकों की जानकारी – स्टेटस में अंक दिख जाते हैं, जिससे आपको पता चल जाता है कि आपने कितने मार्क्स पाए।
- समस्या का समय रहते समाधान – यदि स्टेटस “Not Received” या “Rejected” दिखाता है, तो आप क्षेत्रीय केंद्र से बात करके समय रहते समस्या सुलझा सकते हैं।
- परीक्षा पात्रता सुनिश्चित करना – कई कोर्स में, अगर आपने असाइनमेंट नहीं जमा किया, तो आपको परीक्षा देने की अनुमति नहीं मिलती। स्टेटस चेक करके आप जान सकते हैं कि आप योग्य हैं या नहीं।
मुख्य जानकारी
विशेषता | विवरण |
---|---|
विश्वविद्यालय का नाम | इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) |
असाइनमेंट का महत्व | अंतिम ग्रेड में लगभग 30% योगदान |
स्टेटस चेक करने का तरीका | ऑनलाइन |
ज़रूरी जानकारी | नामांकन संख्या, प्रोग्राम कोड, कोर्स कोड |
आधिकारिक वेबसाइट | www.ignou.ac.in |
स्टेटस अपडेट समय | असाइनमेंट जमा करने के 20-25 दिन बाद |
स्टेटस चेक पोर्टल | isms.ignou.ac.in/changeadmdata/StatusAssignment.asp |
असाइनमेंट बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें
- दिशानिर्देश पढ़ें: अपने कोर्स की प्रोग्राम गाइड या IGNOU वेबसाइट से असाइनमेंट के नियम और फॉर्मेट जान लें।
- समय पर जमा करें: अंतिम तारीख का इंतजार न करें। जल्दी जमा करना बेहतर है।
- साफ़ और संक्षिप्त उत्तर लिखें: उत्तर ज़्यादा लंबा या भटकता हुआ न हो। जो पूछा गया है, वही सीधा जवाब दें।
- स्रोतों का उपयोग करें: जब आप किसी किताब या वेबसाइट से जानकारी लेते हैं, तो उसका ज़िक्र (Reference) ज़रूर करें।
- मौलिकता बनाए रखें (Originality): किसी का असाइनमेंट कॉपी न करें। यह Plagiarism कहलाता है, और इससे आपका असाइनमेंट रिजेक्ट हो सकता है।
IGNOU में सफल होने के लिए असाइनमेंट को गंभीरता से लें। असाइनमेंट:
- पढ़ाई को मजबूत बनाते हैं,
- अच्छे अंक दिलाते हैं,
- और परीक्षा के लिए मानसिक रूप से तैयार करते हैं।
असाइनमेंट स्टेटस चेक करने से आपको यह पता चलता है कि आपका काम कहाँ तक पहुँचा है और आगे क्या करना है।