आजकल, कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानी AI का उपयोग हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रहा है। लोग इसे अपने रोज़मर्रा के कामों को आसान बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। इसी बीच, एक चीनी स्टार्टअप कंपनी DeepSeek ने बड़ी कामयाबी हासिल की है। AI एनालिटिक्स प्लेटफॉर्म aitools.xyz की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, DeepSeek ने नए मासिक वेबसाइट विज़िट्स में OpenAI के मशहूर AI टूल ChatGPT को पीछे छोड़ दिया है। इस उपलब्धि के साथ DeepSeek दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला AI टूल बन गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि फरवरी 2025 में DeepSeek की वेबसाइट पर 524.7 मिलियन नए विज़िट्स आए, जबकि ChatGPT के पास 500 मिलियन विज़िट्स थे। इसका मतलब है कि DeepSeek ने ChatGPT से 24.7 मिलियन ज़्यादा नए विज़िट्स हासिल किए। यह एक बड़ी बात है, क्योंकि ChatGPT लंबे समय से AI की दुनिया में सबसे आगे रहा है। लेकिन इस तेज़ रफ्तार के बावजूद, DeepSeek अभी भी तीसरे नंबर का सबसे बड़ा AI टूल है। पहले और दूसरे स्थान पर ChatGPT और Canva हैं।
aitools.xyz के आंकड़ों के अनुसार, DeepSeek का मार्केट शेयर भी तेजी से बढ़ा है। फरवरी में यह 2.34% से बढ़कर 6.58% हो गया। इससे साफ पता चलता है कि दुनियाभर में लोग DeepSeek को पसंद करने लगे हैं और इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है। DeepSeek के चैटबॉट ने फरवरी में कुल 792.6 मिलियन विज़िट्स दर्ज किए, जिसमें 136.5 मिलियन अलग-अलग यूज़र्स शामिल थे। ये आंकड़े बताते हैं कि DeepSeek न सिर्फ नए लोगों को अपनी ओर खींच रहा है, बल्कि पुराने यूज़र्स भी इसे बार-बार इस्तेमाल कर रहे हैं।
भारत भी DeepSeek की इस सफलता में बड़ा हिस्सेदार है। रिपोर्ट के मुताबिक, भारत DeepSeek के लिए चौथा सबसे बड़ा ट्रैफिक स्रोत है। हर महीने भारत से 43.36 मिलियन विज़िट्स DeepSeek की वेबसाइट पर आते हैं। इससे पता चलता है कि भारतीय यूज़र्स भी AI टूल्स को लेकर उत्साहित हैं और DeepSeek को पसंद कर रहे हैं।
AI की पूरी इंडस्ट्री की बात करें तो फरवरी में 12.05 बिलियन विज़िट्स दर्ज किए गए। इसमें 3.06 बिलियन अलग-अलग यूज़र्स थे जो AI टूल्स का इस्तेमाल कर रहे थे। ये आंकड़े बताते हैं कि AI टूल्स अब लोगों की ज़िंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं। aitools.xyz, जो 171 कैटेगरी में 10,500 से ज़्यादा AI टूल्स पर नज़र रखता है, ने बताया कि DeepSeek के पास फरवरी में चैटबॉट मार्केट का 12.12% हिस्सा था। यह हिस्सा ChatGPT के बाद दूसरा सबसे बड़ा है।
DeepSeek क्या है और यह क्यों खास है?
DeepSeek एक AI चैटबॉट है जो लोगों को आसान भाषा में जानकारी और समाधान देता है। यह प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (NLP) और मशीन लर्निंग तकनीक का इस्तेमाल करता है। इसका मतलब है कि यह इंसानों की तरह बातचीत कर सकता है और सवालों के जवाब दे सकता है। DeepSeek का इस्तेमाल कई क्षेत्रों में हो सकता है, जैसे पढ़ाई, स्वास्थ्य, पैसों की प्लानिंग, और रोज़मर्रा की समस्याओं को हल करने में। इसकी खासियत यह है कि यह तेज़ी से काम करता है और यूज़र्स को समझने में आसानी होती है।
AI टूल्स का बढ़ता महत्व
AI टूल्स आज के समय में बहुत ज़रूरी हो गए हैं। ये समय बचाते हैं और मुश्किल कामों को आसान बनाते हैं। मिसाल के तौर पर, अगर आपको कोई सवाल पूछना हो या कोई चीज़ सीखनी हो, तो AI टूल्स तुरंत मदद करते हैं। DeepSeek जैसे टूल्स की सफलता से साफ है कि आने वाले समय में AI और भी तरक्की करेगा। ये टूल्स न सिर्फ लोगों की मदद करेंगे, बल्कि बिज़नेस और टेक्नोलॉजी को भी नई दिशा देंगे।
भारत में AI का भविष्य
भारत में AI टूल्स की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। DeepSeek को मिल रहे 43.36 मिलियन मासिक विज़िट्स इस बात का सबूत हैं कि भारतीय यूज़र्स टेक्नोलॉजी को अपनाने में पीछे नहीं हैं। आने वाले सालों में भारत AI इंडस्ट्री में और बड़ा रोल निभा सकता है। इससे न सिर्फ टेक्नोलॉजी में तरक्की होगी, बल्कि रोज़गार के नए मौके भी बनेंगे।
आगे क्या होगा?
DeepSeek की यह कामयाबी बताती है कि AI टूल्स की दुनिया में अब कड़ा मुकाबला शुरू हो गया है। ChatGPT जैसे बड़े नामों को अब नए खिलाड़ी चुनौती दे रहे हैं। इससे यूज़र्स को फायदा होगा, क्योंकि उन्हें बेहतर और सस्ते ऑप्शन मिलेंगे। भविष्य में DeepSeek और दूसरे AI टूल्स से और भी नई और शानदार सुविधाओं की उम्मीद की जा सकती है।